● सेवानिवृत्त सैनिक. पटवारी का असमय हृदयाघात से निधन


● कोरोना डयूटी करके लौटे थे घर


एक फौजी के रूप में देश की सेवा करके फौज से सेवानिवृत्त होकर पटवारी की नौकरी शुरू करने वाले मेजर हीरालाल उपरारिया का आज सुबह भोपाल में असमय इलाज के दौरान दुबारा हृदयाघात होने से निधन हो गया। हरदा जिले की सिराली तहसील में पदस्थ नवीन पटवारी हीरालाल उपरारिया एक अनुशासित शासकीय सेवक थे। श्री उपरारिया हरदा जिले के भादूगांव के निवासी थे। श्री उपरारिया कोरोना की डयूटी करके घर लौटे थे तभी उन्हें हृदयाघात की शिकायत हुई ओर प्राथमिक उपचार के पश्चात उन्हें भोपाल रिफर किया गया था।
विधि के विधान के आगे मानव कुछ भी नहीं है। शायद यह बात हमारे पटवारी साथी हीरालाल उपरारिया जी को आभास गई थी तभी उन्होंने अपने मोबाइल पर गत दो दिनों से स्टेटस पर लिखा हुआ था कि - चार दिन है जिंदगी, हंसी खुशी में काट लें, मत किसी का दिल दुखा, दर्द सबके बांट लें,कुछ नहीं है साथ जाना, एक नेकी के सिवा, कर भला होगा भला, गांठ में यह बांध ले, एक नेकी के सिवा...!
पटवारी हीरालाल उपरारिया जिन्हें पटवारी साथी मेजर साब सम्बोधित करते थे, परसों दिनभर कोरोना डयूटी से लौटकर शाम को घर पहुंचे तो उन्हें शरीर में कुछ जकड़न ओर दर्द का अहसास हुआ । सेना की नौकरी कर चुके उपरारिया जी ने कुछ देर कसरत की ताकि शरीर की जकड़न ठीक हो जाये, किंतु वो पसीने-पसीने हो गए ओर कुछ देर में बेहोश होकर गिर गए। धर्मपत्नी ने जैसे ही देखा पहले उनके पटवारी साथी को मोबाइल लगाया, पटवारी साथी तत्काल उनके घर पहुंचे ओर उन्हें लेकर पल्स हास्पिटल, हरदा पहुंच कर भर्ती कराया। डॉक्टर ने इलाज के दौरान बताया कि हल्का हृदयाघात है, प्राथमिक उपचार के पश्चात भोपाल लेकर जाएं और वहां पर इन्हें दिखाएं। इस पर परिवार जनों ने नगर में ही परिचित एक अन्य हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाकर उन्हें भोपाल ले जाने का निर्णय किया और पल्स हॉस्पिटल से लेकर उनके परिचित के मार्गदर्शन में दूसरे हॉस्पिटल में एडमिट किया । यहां पर डॉक्टरों ने जांच कर उन्हें अगले दिन तक देखने की सलाह दी और कहा कि कल इन्हें भोपाल ले जाएं। परिवारजनों द्वारा अगले दिन ही उन्हें भोपाल लेकर आये, भोपाल में इलाज प्रारंभ करने के साथ ही हरदा में पदस्थ रहे तहसीलदार श्री आकाश श्रीवास्तव जी एवं श्री मनीष शर्मा जी को हरदा के पटवारी साथियों ने फोन कर पटवारी हीरालाल उपरारिया के इलाज में सहयोग करते हुए अच्छे डॉक्टर की सलाह ओर मदद मांगी गई। जिस पर दोनों अधिकारियों द्वारा तत्काल सहयोग करते हुए डॉक्टर से बात कर पटवारी श्री उपरारिया का इलाज विशेष ध्यान देकर करने का सहयोग दिया। इलाज के दौरान रात्रि में पटवारी श्री उपरारिया को दुबारा हृदयाघात आने से आज प्रातःकाल असमय निधन हो गया।
पटवारी हीरालाल सही मायने में हीरा ही थी, फौज में रहकर देश सेवा कर चुके पटवारी अनुशासित रहकर अपने दिये गए दायित्वों से आगे काम करते थे। इस कोरोना संकट काल में अपने ग्राम में बाहर से आये व्यक्तियों की प्रतिदिन जांच दल के साथ रहकर जांच करवाते ओर उन्हें आवश्यक निर्देश शासन के आदेश अनुसार देकर होम क्वारेंटाईन करवाने तथा पालन करवाने में एक सैनिक की भांंती इमानदारी से कार्य पूर्ण करते थे। इसके साथ ही अधिकारियों के द्वारा कोरोना के संबंधित बताये कार्य तत्परता से पूरा करते थे । उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान अपनी आभा बिखेरे रहती थी, जिस वीर जवान का ललाट हमेशा तेजोमय था, एक स्फूर्तबान जिनका हमारे साथ होना ही हमारे लिए गर्व का परिचायक था। आज ऐसे तेजस्वी व्यक्ति का इस तरह से हमेशा के लिए मौन हो जाना अविश्वसनीय और अकल्पनीय है । भारत मां के लाडले वीर जवान और हमारे राजस्व परिवार के सदस्य भाई हीरालाल उपरारिया के निधन पर हरदा जिले के साथियों ने गहन दुख प्रकट करते हुए श्रृद्धांजलि अर्पित की। मध्यप्रदेश पटवारी संघ ने स्वर्गीय पटवारी साथी हीरालाल उपरारिया को कोरोना योद्धा का सम्मान देते हुए उनके परिवार को इसका लाभ दिये जाने की मांग की है। शीघ्र ही इस संबंध में कलेक्टर महोदय से मिलकर मांग रखी जायेगी।